
मनरेगा के काम में भी दलाली , बेच खाए मुरूम मिट्टी ।
दबंग न्यूज लाईव
सोमवार 02.05.2020
करगीरोड कोटा – लाॅकडाउन के नियमों में सरकार ने थोड़ी राहत देते हुए पंचायतों में मनरेगा के कामों को शुरू करने की मंजूरी दे दी है जिससे गांव के लोगों को रोजगार मिल सके और उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके । पंचायतों मे मनरेगा का काम शुरू होने के बाद कई खामियां उभर कर सामने आने लगी थी । कल भी हमने मस्तुरी विकासख्ंाड के एक पंचायत की खबर प्रकाशित की थी । लेकिन लगभग सभी पंचायतों मे मनरेगा के काम में भारी अनियमितता और फर्जीबाड़ा चालू हो गया है ।

ताजा मामला कोटा विकासखंड के नेवसा पंचायत का सामने आया है जहां मनरेगा के तहत होने वाले तालाब गहरीकरण के लिए गोदी खुदाई का काम चल रहा है । खुदाई के बाद निकलने वाले मुरूम मिट्टी को नेवसा के सरपंच सचिव और रोजगार सहायक मिल कर दूसरे पचंायतों और लोगों को बेच रहे हैं ।

नेवसा और पटैता दोनो पंचायत अपने फर्जीवाड़े और अनियमितता के लिए बदनामशुदा पंचायतों में है और इसकी एक वजह कई साल से यहां डटा एक सचिव है । इस सचिव की हजारों शिकायत के बाद भी अधिकारियों का वरदहस्त इसके उपर है ।
सुबह सुबह इस पंचायत से जो जानकारी आई वो यही थी कि यहां से मुरूम मिट्टी खरीदकर ले जाने के लिए कई ट्रेक्टर लग गए और मुरूम पास के एक पंचायत के गांव बेड़ापाट तक बिकने लगा ।

इस संबंध में हमने जनपद के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन किसी से बात नहीं हो पाई । पता ये भी चला है कि मामला खुलने के बाद अब पंचायत सेटिंग करने में लगा है कि खबर बाहर नहीं निकले ।




